एक ऐसी जगह जहां आज भी अप्रैल के महीने में जाने से कतराते है लोग

SWARN BOOK

एक ऐसी जगह जहां आज भी अप्रैल के महीने में जाने से कतराते है लोग
———————————————————————–

अप्रैल का महीना आते ही लोग कन्फ्यूज़ हो जाते है। वे अपना बैग पैक तैयार तो कर लेते है पर समझ नहीं पाते कि कहां जाए। मंजिल पर जाना तो चाहते है पर मंजिल का नाम नहीं जानते। वे कन्फ्यूज़ रहते है कि जाए तो जाए कहां ?
दोस्तों अगर आप भी यात्रा करना पसंद करते है और इतंजार करते है छुट्टियों की पर अभी तक कन्फ्यूज़ है तो आप सही जगह आए है। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप अपने कन्फ्यूजन को थैला में डाल देंगे पर हां इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे।
अप्रैल 2025 में आप जहां घूमने जा सकते है इस पोस्ट में उन जगहों के बारे बतलाया जा रहा है। उन जगहों के बारे बतलाने से पहले आपको एक बेहद खास बात बतला देते है जिसे जानना बिल्कुल जरूरी है।
आप वो गलती बिल्कुल ना करें और सावधान रहें। आपकी सावधानी ही आपको बचा सकती है। दुनियां में ऐसे बहुत सारे जगह और पर्यटक स्थल है जहां जाना सख्त मना है। जहां जाने से आपका वापस आना बहुत बार संभव नहीं हो पाता। ऐसे जगह खूबसूरत तो होते है पर जादुई भी।
आपने बहुत सारे पोस्ट में पढ़ा भी होगा उस जगह के बारे पर आपको उन जगहों के बारे बहुत ही कम जानकारी मिलेगी।


वो जगह है भारत के नॉर्थ ईस्ट का बेहद सुंदर राज्य ” अरुणाचल प्रदेश “। एक मिनट……. सुंदर होने के साथ साथ रिस्की भी बहुत हैं । वहां आपको सुंदर पहाड़ियां मिल जाएगी, कल कल करती नदियां मिल जाएगी, पहाड़ी भोजन भी मिल जाएगा, चीन का बोर्डर भी मिल जाएगा और भी बहुत सारी जगह मिल जाएगी पर हां आप कोशिश करे कि लोगों के भीड़ में रहे। ऐसा क्यों….. आप यहीं सोच रहे है ना, आप पढ़ते जाइए और खुद समझा जाइए।
अप्रैल के महीने में अरुणाचल से खूबसूरत जगह आपको नहीं मिलेगी । हल्की हल्की और ठंडी ठंडी हवाएं आपको मदहोश कर देगी और हो सकता है कि आपको नींद के आगोश में ले जाए। बादलों से घिरा और घाटियों में बसा अरुणाचल प्रदेश में बहुत सारे पर्यटक स्थल है जो आपको दीवाना बना देगी।
अप्रैल में अरुणाचल प्रदेश घूमने के लिए बेहतरीन समय होता है, क्योंकि मौसम सुहावना रहता है और प्राकृतिक सौंदर्य अपने चरम पर होता है। यहाँ कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं जहाँ आप घूम सकते हैं:

– तवांग मठ (भारत का सबसे बड़ा मठ)
– सेलापास (बर्फीला दर्रा)
– माधुरी लेक (शोंगा-त्सेर लेक)
– नुरानांग जलप्रपात
– अपतानी जनजाति के गांव
– तल्ली वैली वन्यजीव अभयारण्य
– मेघों से ढकी पहाड़ियां
– बोमडिला मठ
– ईगल नेस्ट वन्यजीव अभयारण्य
– बोमडिला व्यू पॉइंट
– इटानगर किला
– गंगा झील (ग्याकर सिनयि)
– जवाहरलाल नेहरू राज्य संग्रहालय
– दुर्लभ प्रजातियों का घर (हिमालयी भालू, लाल पांडा)
– ट्रेकिंग और बर्ड वॉचिंग
– सियांग नदी में राफ्टिंग
– दिबांग वन्यजीव अभयारण्य
– मेचुका घाटी
– गुरुद्वारा गुरु नानक टाप
– हैंगिंग ब्रिज इत्यादि

अरुणाचल प्रदेश प्रकृति के गोद में बसा एक स्वर्ग है जो भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह एक ऐसा स्थल है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता, और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के परिदृश्य में मेघों से ढकी पहाड़ियाँ, हरे-भरे जंगल, और झीलें शामिल हैं।

अरुणाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता इसे एक अद्वितीय स्थल बनाती है। यहाँ के लोग अपनी मेहमाननवाजी और आतिथ्य के लिए प्रसिद्ध हैं।

तो दोस्तों इस अप्रैल आप अरुणाचल प्रदेश की वादियों को नजदीक से देखने जरूर जाए और वहां की स्वच्छ हवाओं में खो जाइए।

आप जो भी कुछ करें बिल्कुल सावधानी से क्योंकि वो इतना ही खूबसूरत, अतुलनीय, अलौकिक और जादुई है कि आप एक बार वहां चले गए तो आने का मन नहीं करेगा। आप सावधान रहें और लोगों की भीड़ में रहे कही आपका मन वापस घर जाने का नहीं करे तो कम से कम आपके दोस्त और रिश्तेदार आपके वापस तो ला ही सकते है। हरियाली के बीच रील बनाते बनाते कही आप घाटियों के भूल भुलैया में खो ना जाए और वही बस जाए। आप कही अरुणाचल प्रदेश से इस कदर प्यार न कर बैठे कि कही आप सभी प्यार को कुर्बान कर दें इसलिए ही तो लोगों को सख्त मना किया जाता है कि अप्रैल में अरुणाचल प्रदेश ना जाए।

दोस्तों इस लिए ही तो लोग अप्रैल के महीने में अरुणाचल प्रदेश जाने से कतराते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *