मानसून में पसंद किए जाने वाले 5 स्वादिष्ट नाश्ते

SWARN BOOK

मानसून के आते ही दिल अठखेलियां करती है। मचल उठता है मन बारिश में भींगने का और गुनगुनाने का। दिल और दिमाग बस इतने से ही संतुष्ट नहीं होता। प्रकृति के दीदार करते हुए मन करता है कुछ गरमा गर्म खाने का। तो अगर आप भी बारिश लवर होने के साथ साथ फूड लवर भी है तो ये आर्टिकल आपके लिए बेहद ही खास और लाजवाब होने वाला है।

आज के इस खास लेख में आपको बताएंगे 5 ऐसे नाश्ते जो मानसून में सबसे ज्यादा पसंद किए जाते है। रिमझिम फुहारों के बीच गरमा गर्म नाश्ता न सिर्फ भूख बढ़ा देता है पर मानसून के मजे को भी दोगुना बना देता है।

1) प्याज के पकोड़े

बारिश हो और पकौड़ों की बात न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। वैसे तो तरह तरह के पकौड़े बनते है पर प्याज के कुरकुरे पकोड़े तो सब का मन मोह ही लेता है।

बारिश को देखते हुए गरमा गर्म पकौड़े को खाना वाह क्या बात है।

2) आलू टिक्की

कुछ दिन पहले छोटे से ढाबे में मैने लोगों की भीड़ को देखा। पहले तो लगा कि वे सभी नॉनवेज खा रहे होंगे पर हकीकत तो तब पता चला। जब ढाबे के अंदर मै गया। लोग नॉनवेज नहीं आलू टिक्की खा रहे थे। मैने भी स्वाद जानने के लिए एक पीस लिया तब पता चला कि आलू की टिक्की वाकई में बहुत स्वादिष्ट थी।

वो भी बारिश का ही समय था। बारिश के मौसम में हल्की ठंड के बीच इसका स्वाद सीधे दिल पर उतर जाता है। तवे पर सिकती गर्म आलू टिक्की जब धनिया और इमली की चटनी के साथ खाते है तो बारिश का मजा दुगुना हो जाता है।

3) मोमोज विद चटनी

बरसात की नरम फुहारों में जब मौसम ठंडा और मन रोमांटिक हो, तब गर्मागर्म मोमोज और तीखी चटनी का स्वाद जादू सा असर करता है। सड़क किनारे भाप उड़ाते मोमोज की खुशबू बारिश के साथ मिलकर भूख को दोगुना कर देती है। दोस्तों के साथ भीगते हुए मोमोज खाना एक खास एहसास होता है। ये पल न सिर्फ स्वाद भरे होते हैं, बल्कि यादों में भी बस जाते हैं। आज तो हर गली मोहल्लों में मोमोज विद चटनी का काफी क्रेज देखा जाता है और हो भी क्यों ना। इसका स्वाद ही तो लाजवाब होता है।

4) खस्ता कचौड़ी

मानसून की रिमझिम बारिश और सड़क किनारे गरमागरम खस्ता कचौड़ी का संगम एक अलग ही आनंद देता है। जैसे ही बादल गरजते हैं और फुहारें गिरती हैं, मन चाय और कुछ कुरकुरे खाने को तरसने लगता है। ऐसे में खस्ता कचौड़ी, जो बाहर से कुरकुरी और अंदर से मसालेदार होती है, स्वाद के साथ-साथ सुकून भी देती है। गर्म आलू की सब्ज़ी और तीखी हरी चटनी के साथ इसका स्वाद और भी लाजवाब हो जाता है। परिवार या दोस्तों संग बारिश में छतरी लेकर खड़ी दुकान से कचौड़ी खाना न सिर्फ पेट भरता है, बल्कि दिल को भी खुशी देता है। मानसून में यह स्वाद हर किसी को अपनी ओर खींचता है और बचपन की यादों में ले जाता है।

5) मसाला मकई

मसाला मकई या भुट्टा। आह, क्या बात है। कोयले पर भूनकर जब इस पर नींबू, नमक, चाट मसाला डाला जाता है तो लोगों के मुंह में खुद ब खुद पानी आ जाता है।बचपन से लेकर बुढ़ापे तक हर उम्र में इसे खाना लोग पसंद करते है। घर में भी इसे बनाया जाता है और बाहर भी काफी किफायती मूल्य में खरीदा जा सकता है।

इसके अलावा और भी दूसरे नाश्ते और खाने है जिसे खा कर मानसून का मजा ही और हो जाता है। जब रिमझिम फुहारों के बीच यह नाश्ता मिल जाए तो हर पल यादगार बन जाता है। रिश्ते में मिठास बढ़ जाती है और टूटे हुए रिश्ते फिर से जुड़ जाते है। ये ना सिर्फ आपको तृप्त करेंगे पर हर बूंद के साथ अलग अनुभव भी देंगे।

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