खेल ऐसी गतिविधियाँ हैं जिनमें शारीरिक परिश्रम और कौशल शामिल होता है। वे आम तौर पर व्यक्तियों या टीमों के बीच आयोजित प्रतियोगिताएं होती हैं और विशिष्ट नियमों और विनियमों द्वारा शासित होती हैं। खेल मनोरंजक या पेशेवर हो सकते हैं और इन्हें अक्सर मनोरंजन, व्यायाम या एथलेटिक क्षमता प्रदर्शित करने के साधन के रूप में खेला जाता है।
“खेल पत्रकार वे कहानीकार होते हैं जो खेल की दुनिया में विशेषज्ञ होते हैं। वे विभिन्न खेल गतिविधियों, प्रतियोगिताओं और एथलीटों का निरीक्षण, जांच और रिपोर्ट करते हैं। उनके काम में खेल प्रेमियों को सूचित करने और मनोरंजन करने के लिए शोध, साक्षात्कार और सटीक और आकर्षक सामग्री प्रदान करना शामिल है।
जेन डेविस, “स्पोर्ट्स जर्नलिज्म: अनवीलिंग द गेम”
2 जुलाई का दिन उन पत्रकारों को समर्पित है, जो धूप, बारिश, तूफान, ठंड हर मौसम में खेल जगत की तमाम खबरें हम तक पहुंचाते हैं। हाँ, वे खेल पत्रकार हैं। हम सभी जानते हैं कि आज मीडिया हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बनकर उभरा है । मीडिया की अलग-अलग बीट या क्षेत्र , चाहे राजनीति हो या कारोबार, शिक्षा हो या फैशन, हर बीट में पत्रकार हमें देश-दुनिया की खेल से जुड़ी खबरें मुहैया कराते हैं।
खेल पत्रकार भी किसी रूप में कम नहीं हैं चाहे वह क्रिकेट का मैदान हो, फुटबॉल कोर्ट हो, बैडमिंटन कोर्ट हो या शतरंज स्थल, खेल पत्रकार हर जगह की सारी जानकारी हम तक पहुंचाते हैं। ये पत्रकार बड़ी मेहनत से जीत, हार, अंक आदि की जानकारी हम तक पहुंचाते हैं। खिलाड़ियों की तमाम खबरें, उनकी निजी खबरें, सफलता की कहानियां, रिटायरमेंट के बाद उनकी नई जिंदगी, कोचों की खबरें, टूर्नामेंट, खेल योजनाएं, छात्रवृत्ति, नौकरियां, खेल पाठ्यक्रम, खेल से जुड़ी न जाने कितनी खबरें हमारे लिए खेल पत्रकार ही लाते हैं। आज का दिन उनकी मेहनत, जोश, जुनून, हिम्मत और उनकी खेल भावना को समर्पित है।
कुछ प्रसिद्ध भारतीय खेल पत्रकार
1)हर्षा भोगले
2)बोरिया मजूमदार
3)अयाज मेमन
4)शारदा उग्रा
5)गौरव कालरा
6)विक्रांत गुप्ता आदि
2 जुलाई “विश्व खेल पत्रकार दिवस” के रूप में हम सभी मना रहे है । हमें उन सभी पत्रकारों का आभार मानना है जो हमारे लिए हमेशा तैयार रहते है साथ ही खेल जगत की खबरें हम तक पहुंचाते हैं।